डोर
जानम जान ए जानाँ
दूर मत जाना, मुझसे दूर मत जाना
दूर जब जाते हो तो मेरा दिल रोता है
दिल के करीब हो तो खुश ये होता है
खुश जब दिल हो तो गाये यही गाना
दूर मत जाना, मुझसे दूर मत जाना
खुशियाँ ज़माने की तेरे ही संग है
रंगे हम तो जानम तेरे ही संग है
चढ़ी प्यार की पतंग है तू डोर न हिलाना
दूर मत जाना, मुझसे दूर मत जाना
जानम जान ए जानाँ
दूर मत जाना, मुझसे दूर मत जाना
रचयिता : आनन्द कवि आनन्द कॉपीराइट © 2015
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