ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल तो दीवाना हो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल जाने कैसे खो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मैंने खाना परोसा, ऐ सनम तेरे लिए, मैंने खाना परोसा, ऐ सनम तेरे लिए
हाय खाते खाते जानेमन, जाने क्या रंग मुझपे छा गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल तो दीवाना हो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल जाने कैसे खो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मैंने बीड़ा लगाया, ऐ सनम तेरे लिए, मैंने बीड़ा लगाया ऐ सनम तेरे लिए
हाय खाते खाते जानेमन, जाने क्या नशा मुझपे छा गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल तो दीवाना हो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल जाने कैसे खो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मैंने सेज़ बिछाई, ऐ सनम तेरे लिए, मैंने सेज़ बिछाई, ऐ सनम तेरे लिए
हाय सोते सोते जानेमन, जाने क्या रंग मुझपे छा गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल तो दीवाना हो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल जाने कैसे खो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मैंने काया सजाई, ऐ सनम तेरे लिए, मैंने काया सजाई, ऐ सनम तेरे लिए
हाय छूते छूते जानेमन, जाने क्या नशा मुझपे छा गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल तो दीवाना हो गया, ऐ सनम तेरे लिए
मेरा दिल जाने कैसे खो गया, ऐ सनम तेरे लिए
रचयिता : आनन्द कवि आनन्द कॉपीराइट © 2015
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