Sunday, February 8, 2015

दीवाना सी तेरी सूरत - ब्रेथलेस - नया हिन्दी गाना गीत कविता

दीवाना सी तेरी सूरत - ब्रेथलेस

दीवाना सी तेरी सूरत - ब्रेथलेस - नया  हिन्दी गाना गीत कविता

दीवाना सी, तेरी सूरत, कि लगती हो, प्यार की मूरत,
तेरी सूरत, पे अपनी जाँ, छिड़कता हूँ, ओ जान ए जाँ, ओ जान ए जाँ,
हो जान ए जाँ

ज़ुल्फ़ों के साए में, हाय ज़िंदगी तमाम हो
नशीले लबों पे तेरे, बस मेरा ही नाम हो, बस मेरा ही नाम हो,
तेरा कज़रा, ये गज़रा, बनाता है, मुझे भँवरा,
कि बिखरा के, लट चलती हो, मुस्का के, निकलती हो,
इस मुस्का, पे अपनी जाँ, छिड़कता हूँ, ओ जान ए जाँ, ओ जान ए जाँ,
हो जान ए जाँ

क्यों ना तेरे माथे की, बन जाऊँ बिंदिया
समां जाऊं अँखियों में, बनके मैं निंदिया, हाँ बनके मैं निंदिया,
खुशबु तेरी, साँसों में, जादू तेरी, आँखों में,
इन आँखों, का हर सपना, लगता है मेरा अपना,
इस अपनेपन, पे अपनी जाँ, छिड़कता हूँ, ओ जान ए जाँ, ओ जान ए जाँ,
हो जान ए जाँ

दीवाना सी, तेरी सूरत, कि लगती हो, प्यार की मूरत,
तेरी सूरत, पे अपनी जाँ, छिड़कता हूँ, ओ जान ए जाँ, ओ जान ए जाँ,
हो जान ए जाँ

रचयिता : आनन्द कवि आनन्द कॉपीराइट © 2015-16

दीवाना सी तेरी सूरत - ब्रेथलेस - नया  हिन्दी गाना गीत कविता

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