एक दूजे से प्यार
तूँ भी मरता, मैं भी मरती एक दूजे पे यार
तूँ भी करता, मैं भी करती एक दूजे से प्यार
मेरे भोले साजन तुझको अब तक समझ ना आया
क्या?
कि मैं करने लगी
क्या?
प्यार प्यार यार, एतबार यार
इकरार यार, इसरार यार
सारे जग को छोडके मैंने तुझको ही अपनाया
इस बंजर जमीं पे तुने प्यार का फूल खिलाया
मेरे भोले साजन तुझको अब तक समझ ना आया
क्या?
कि मैं करने लगी
क्या?
प्यार प्यार यार, एतबार यार
इकरार यार, इसरार यार
इस जमीं से ऊपर देखो जितने चाँद सितारे
उनसे भी सुन्दर लगते हो कितने प्यारे प्यारे
चुपके चुपके मेरे दिल में कैसे राह बनाया
मेरे भोले साजन तुझको अब तक समझ ना आया
क्या?
कि मैं करने लगी
क्या?
प्यार प्यार यार, एतबार यार
इकरार यार, इसरार यार
रचयिता : आनन्द कवि आनन्द कॉपीराइट © 2015
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